बॉक्सर मैरी कॉम ने क्वारैंटाइन प्रोटोकॉल तोड़ा, 14 दिन के आइसोलेशन से पहले ही राष्ट्रपति भवन के कार्यक्रम में शामिल हुईं

कोरोनावायरस संक्रमण रोकने के लिए सरकार ने विदेश से लौटने वाले हर यात्री के लिए निश्चित समय तक क्वारैंटाइन में रहना अनिवार्य कर दिया है। लेकिन गायिका कनिका कपूर के बाद अब बॉक्सर एमसी मैरी कॉम के द्वारा नियम तोड़ने की जानकारी मिली है। राज्यसभा सदस्य मैरी कॉम विदेश से लौटने के 14 दिन पूरे होने से पहले ही राष्ट्रपति भवन में एक कार्यक्रम में शामिल हुई थीं।


मैरी कॉम एशिया-ओशेनिया ओलंपिक क्वालिफायर के लिए जॉर्डन के अम्मान गई थीं। वे वहां से 13 मार्च को वापस लौटीं थीं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के निर्देशों के मुताबिक, उन्हें 14 दिन की अवधि पूरी करने के लिए 27 मार्च तक सेल्फ-आइसोलेशन का पालन करना था। लेकिन, इससे पहले 18 मार्च को ही उन्होंने राष्ट्रपति भवन में आयोजित ब्रेकफास्ट मीटिंग में शिरकत की। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सांसदों के लिए नाश्ते का कार्यक्रम आयोजित किया था।


मैरी कॉम के साथ दुष्यंत सिंह भी मौजूद थे


राष्ट्रपति भवन के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से 18 मार्च को पोस्ट की गई चार तस्वीरों में से एक में मैरी कॉम दूसरे सांसदों के साथ देखी जा सकती हैं। फोटो के शीर्षक के तौर पर लिखा था- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सुबह उत्तर प्रदेश और राजस्थान के सांसदों के लिए राष्ट्रपति भवन में नाश्ते का कार्यक्रम आयोजित किया। बॉलीवुड गायिका कनिका कपूरी के संपर्क में आने वाले भाजपा सांसद दुष्यंत सिंह भी उसी दिन राष्ट्रपति भवन में मौजूद थे। उन्होंने अब सेल्फ आइसोलेशन में रहने की घोषणा की है।


कोच ने टीम के क्वारेंटाइन की जानकारी दी


बॉक्सिंग कोच सेंटियागो नीवा ने शुक्रवार को जॉर्डन में बॉक्सिंग मुकाबलों में भाग लेने वाले भारतीय दल के 14 दिन के अनिवार्य क्वारेंटाइन में होने की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था- हमने 10 दिन के क्वारेंटाइन के हिसाब से योजना बनाई थी, लेकिन अब यह 14 दिन के लिए है। इसलिए मैं एक ट्रेनिंग प्रोग्राम तैयार करके भेज रहा हूं, ताकि वे इस पर काम कर सकें। यदि संक्रमण दो हफ्ते में खत्म नहीं हुआ, तो हमें अपना काम इसी तरह जारी रखना होगा।


राष्ट्रपति भी कोरोना परीक्षण करा सकते हैं


मैरी कॉम ने भी राष्ट्रपति के कार्यक्रम में शामिल होने की बात मानी थी। एक बयान में उन्होंने कहा था- जॉर्डन से लौटने के बाद मैं घर में ही हूं। मैं राष्ट्रपति भवन के कार्यक्रम में गई थी, लेकिन दुष्यंत से नहीं मिली। मैंने उनसे हाथ भी नहीं मिलाया। जॉर्डन से लौटने के बाद मेरा क्वारेंटाइन पीरियड खत्म हो चुका है, लेकिन मैं अगले 3-4 दिनों तक घर में ही रहूंगी। इस घटना के बाद राष्ट्रपति कोविंद भी कोरोनावायरस का परीक्षण करा सकते हैं। राष्ट्रपति दुष्यंत सिंह से उस समय मिले थे, जब वह कार्यक्रम में शामिल होने राष्ट्रपति भवन पहुंचे थे।


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कोरोनावायरस के संक्रमण से जूझ रहे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनस को उनके आवास डाउनिंग स्ट्रीट के पास ही सेंट थॉमस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। जॉनसन की तबियत खराब होने की वजह से उन्हें ऑक्सीजन तक लगानी पड़ी है। हालांकि, इन हालातों में भी वह लगातार काम कर रहे हैं। ऐसे में ब्रिटेन के मंत्रियों ने उन्हें चर्चिल नहीं बनने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि पीएम अपना काम हैंडओवर करें और पर्याप्त नींद लें। बता दें कि विन्सटन चर्चिल को द्वितीय विश्व युद्ध का हीरो माना जाता है और पीएम जॉनसन उनसे खासा प्रभावित हैं। 27 मार्च को बोरिस जॉनसन की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया था। 10 दिन बाद रविवार रात उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। हॉस्पिटल में उन्हें ऑक्सीजन लगाई गई है। बताया गया है कि बीमार होने के बावजूद बहुत ज्यादा काम करके उन्होंने अपने स्वास्थ्य को खतरे में डाला है। सांसदों ने की काम हैंडओवर करने की मांग ब्रिटेन के कई सासंदों ने पीएम जॉनसन से काम हैंडओवर करने की मांग की है। एक सांसद ने कहा कि वह खुद को अपने हीरो विन्सटन चर्चिल की तरह दिखाना चाह रहे हैं। उन्हें ऐसे में आराम करना चाहिए। एक सासंद ने कहा कि जॉनसन को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान किए गए चर्चिल के काम की तरह नकल नहीं करनी चाहिए। उन्हें दूसरे कैबिनेट मंत्री को कोरोनावायरस को लेकर देश की जिम्मेदारी देनी चाहिए। हालांकि, उनके डिप्टी डोमिनिक रैब रोज कोरोनावायरस क्राइसिस कमेटी की बैठक ले रहे हैं। एक सासंद ने कहा कि जॉनसन वीडियो कॉन्फ्रेंस में बहुत थके दिखते हैं। इससे देश को कोई प्रेरणा नहीं मिलेगी। जॉनसन ने चर्चिल पर कई किताबें लिखी हैं और वह उन जैसा ही बनना चाहते हैं। जॉनसन को बस बोरिस जॉनसन बने रहने की जरूरत है। वह किसी की कॉपी न करें। एक हफ्ते से फीवर से जूझ रहे हैं जॉनसन क्वारैंटाइन के दौरान जॉनसन ने ट्विटर पर वीडियो पोस्ट किया था। इस वीडियो में वह बहुत थके लग रहे थे। उन्होंने बताया कि उन्हें अभी भी हाई फीवर है। विशेषज्ञों ने बताया कि जब हाई फीवर एक हफ्ते से ज्यादा रहता है तो निमोनिया जैसी बीमारी और खतरनाक हो जाती है। दावा किया गया है कि जॉनसन कॉन्फ्रेंस के दौरान बहुत खांसी भी आ रही थी। इसके बाद उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। उनकी हाउसिंग सेक्रेटरी रॉबर्ट जेनरिक ने कहा कि जॉनसन बहुत कड़ी मेहनत कर रहे थे और उन्हें उम्मीद है कि वह जल्द ही डाउनिंग स्ट्रीट में वापस आएंगे। वहीं, कोरोनावायरस से उबर कर आईं स्वास्थ्य मंत्री नडाइन डोरिस ने कहा कि प्रधानमंत्री को पर्याप्त नींद लेने और आराम करने की जरूरत है। ब्रिटेन में सोमवार तक संक्रमण के 47,806 मामले आ चुके हैं और 4,934 लोगों की मौत हो चुकी है। द्वितीय विश्वयुद्ध के हीरो और भारत के लिए विलेन रहे हैं चर्चिल विन्सटन चर्चिल द्वितीय विश्वयुद्ध, 1940-1945 के समय ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे। वह सेना में अधिकारी भी रह चुके थे। वह एकमात्र प्रधानमंत्री थे, जिन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान उन्होंने ब्रिटिश सेना में अहम जिम्मेदारी संभाली थी। उन्हें विश्व युद्ध का हीरो बताया जाता है। इसके साथ ही विन्सटन की भारत के प्रति रवैया बहुत खराब था। 1943 में बंगाल का अकाल उन्हीं की देन था। उन्होंने अनाज को ब्रिटिश सेना के लिए बचा कर रखा था और भूखों को तड़पकर मरने दिया। भारत की आजादी के पहले उन्होंने ब्रिटेन की संसद में कहा था कि अंग्रेजों ने भारत छोड़ तो सत्ता दुष्ट और बदमाशों के हाथ में चली जाएगी।